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फोबिया क्या है? (What is Phobia Explained in Hindi)

फोबिया (Phobia) एक प्रकार का मनोविकार है जिसमें व्यक्ति को विशेष वस्तुओं, परिस्थितियों या क्रियाओं से डर लगने लगता है. फोबिया (Phobia) ग्रीक भाषा के शब्द ‘Phobos’ से आया है, जिसका अर्थ होता है ‘डर’. डर की तुलना में फोबिया (phobia) ज्यादा प्रचलित है। ये तब होते हैं जब किसी व्यक्ति में किसी स्थिति या वस्तु के बारे में खतरे की बढ़ी हुई या अवास्तविक भावना पैदा होती है।

फ़ोबिया (Phobia) क्या हैं | फ़ोबिया के प्रकार Types Of Phobia In Hindi

Table Of Content -

1. फोबिया क्या है (What Is Phobia)
2. फोबिया रोग किसकी कमी से होता है  (What causes Alzheimer's)
3. फोबिया के लक्षण (Symptoms Of Phobia Disease)
4. फोबिया होने के क्या कारण है ? (What are The Causes of Phobia)
5. फोबिया कितने प्रकार के होते है ? (World Alzheimer's Day)
6. फोबिया के शुरुआती लक्षण ?  (Early Symptoms Of Alzheimer's Disease)
7. फोबिया  से बचाव ? (Preventing Alzheimer's disease)

डर आपके लिए सजा बन जाए तो यह आपके लिए खतरे भी हो सकता है, क्योंकि आपको मात्र डर नहीं है बल्कि आप फोबिया से ग्रस्त हैं। फोबिया केवल डर ही नहीं, एक गंभीर प्रकार की बीमारी है, जिसे बोलचाल की भाषा में डरने की बीमारी भी कहा जाता है

इसमें व्यक्ति को विशेष वस्तुओं, परिस्थितियों या क्रियाओं से डर लगने लगता है। यानि उनकी उपस्थिति में घबराहट होती है, ये फोबिया होने के भी कारण हो सकता है

फोबिया के प्रकार (Types Of Phobia) जानकारी के अनुसार फ़ोबिया (Phobia) 5 प्रकार के होते है -

1. चाइल्डहुड फोबिया (Childhood Phobia)
2. एडल्टहुड फोबिया (Adulthood Phobia)
3. एग्रोफोबिया (Agoraphobia)
4. सोशलफोबिया (Socialphobia)
5. मोनो जाइगोटिक ट्वीन्स फोबिया (Monozygotic Twins Phobia)
6. फोबिया के प्रकार (Types Of Phobia)

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चाइल्डहुड फोबिया (Childhood Phobia)

चाइल्डहुड फोबिया किसी वस्तु या स्थिति का अत्यधिक भय है। यह एक डर है जो कम से कम 6 महीने तक रहता है। यह एक प्रकार का एंग्जायटी डिसऑर्डर है।
कई बच्चे (और वयस्क भी) उन्हीं चीजों से डरते हैं जिनसे फोबिया वाले बच्चे डरते हैं। लेकिन एक "सामान्य" भय और एक भय के बीच का अंतर चिंता की डिग्री है, और उच्च स्तर की चिंता बनी रहती है।

जब बच्चे लगभग 8-9 महीने के होते हैं, तो वे उन लोगों के चेहरों को पहचान सकते हैं जिन्हें वे जानते हैं। इसलिए नए चेहरे उन्हें डरावने लग सकते हैं - यहां तक कि एक नई दाई या रिश्तेदार भी। इस तरह की डर को चाइल्डहुड फोबिया कहा जाता है.

एडल्टहुड फोबिया (Adulthood Phobia)

कुछ डर वयस्क होने के बाद पैदा होते हैं। इनका प्रभाव सबसे ज्यादा यंग जनरेशन पर पड़ता है। करीब 12 साल से 30 साल के व्यक्ति को इस बीमार का असर हो सकता है जिसे हम एडल्टहुड फोबिया कहते है  एडल्टहुड फोबिया का मरीज अकेलेपन से डरता है। वह भीड़ में खड़ा होकर भी खुद को अकेला ही महसूस करता है। वह कहीं अकेले जा नहीं सकता, अकेले रह नहीं सकता। उसे लगता है कि वह किसी भी परिस्थिति का सामना नहीं कर सकता। ऐसे लोगों का आत्मविश्वास न के बराबर होता है।

एग्रोफोबिया (Agoraphobia)

एगोराफोबिया जिसे हिंदी में जनातंक कहते हैं ये असल में भीड़ का डर है, एगोराफोबिया से पीड़ित व्यक्ति, सार्वजनिक और या अपरिचित स्थानों से बचते हैं, चिंता इस डर के कारण होती है कि चिंता तेज होने पर बचने या मदद पाने का कोई आसान तरीका नहीं है।
ऐसे लोगों को आमतौर पर भीड भरे सार्वजनिक स्थलों, जैसे शॉपिंग मॉल, पार्टी, सिनेमा हॉल या रेलवे स्टेशन जैसी जगहों पर जाते हुए घबराहट होती है। ऐसे लोगों को छोटी दूरी की यात्रा करने में भी बहुत डर लगता है.

सोशलफोबिया (Socialphobia)

विभिन्न सामाजिक परिस्थितियों तथा लोगों के आसपास होने से स्थाई रूप से पैदा होने वाले डर या चिंता को ही सामाजिक चिंता विकार या सोशलफोबिया (Socialphobia) कहा जाता है। सोशल फोबिया एक ऐसी बीमारी है, जिसके बारे में लोग ज्यादा नहीं जानते हैं। सोशल फोबिया के शिकार लोग समाज में लोगों से कम ही घुलते-मिलते हैं और अकेला रहना पसंद करते हैं।

अकेले रहना बुरा नही है पर यदि आप लोगों से दूर भागने लगे हैं और घुटन में जी रहे हैं तो सावधान हो जाइये, आप सोशल फोबिया के शिकार हो सकते है

मोनो जाइगोटिक ट्वीन्स फोबिया (Monozygotic Twins Phobia)

यह एक तरह का जेनेटिक फोबिया होता है, जो जुड़वा बच्चों को ही होता है। इसमें अगर एक बच्चा किसी फोबिया का शिकार है तो दूसरा बच्चा भी उसी फोबिया से ग्रस्त हो सकता है, इस तरह से लछन वाले फोबिया को मोनो जाइगोटिक ट्वीन्स फोबिया कहा जाता है.

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सुचना - दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको बस फ़ोबिया (Phobia) क्या हैं और फ़ोबिया के कितने प्रकार होते है, इसकी कुछ सामान्य जानकारी दी है. ? दूसरी आर्टिक में हम आपको फोबिया से जुडी सारी जानकारी या साझा करने का पूरा प्रयास करेंगे.

यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. आप ये जानकारी को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर जरुर करें -
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